Friday, 6 January 2017

'कीवी" का सेवन जवां बनाये रखे


               खान-पान, आहार-विहार हमेशा चैतन्य व युवा बनाये रखमें में काफी कुछ सहायक होता है। खान-पान व आहार-विहार सब कुछ व्यवस्थित एवं नियंत्रित रहेगा तो निश्चय ही आप सबसे अलग व खास दिखेंगे। खान-पान व स्वास्थ्य-सेहत में फलों का विशेष महत्व होता है।

           इससे इंकार नहीं किया जा सकता। खूबसूरत व जवां दिखने में फल 'कीवी" कुछ खास दिखता है क्योंकि कीवी में विटामिन सी से लेकर बहुत कुछ प्रचुर तादाद में उपलब्ध होता है। फल वैज्ञानिकों व पौष्टिकता के विशेषज्ञों की मानें तो   कीवी का एक फल एक माह की आयु बढ़़ा देता है। इसका निरन्तर सेवन करने से व्यक्ति की आयु लम्बी होती है। मूलत: कीवी फल न्यूजीलैण्ड का माना जाता है लेकिन अब इटली सहित दुनिया भर के अधिसंख्य देशों में पाया जाता है। भले ही इसकी उपज कहीं कम तो कहीं ज्यादा है। 

              कीवी सामान्यत: चीकू की तरह होता है। कीवी उपर गहरा भूरा रंग लिये होता है जबकि अंदर इसका रंग हरा होता है। वैसे तो यह एक फ्रुट है। मूलत: न्यूजीलैण्ड का यह फल पहाड़ी इलाकों खास तौर से नमी वाले क्षेत्रों में पैदा होता है। खाने में इसका स्वाद खट्टमिट्ठा होता है। खास बात यह है कि इसका स्वाद अन्य फलों से भिन्न व खास होता है। पौष्टिकता में कीवी ने कश्मीरी सेब को भी पीछे छोड़ दिया।  वैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों की मानें तो कीवी पौष्टिकता में सेब से पांच गुना से भी कहीं अधिक फायदेमंद होता है। संतरा से भी दो से तीन गुना अधिक फायदेमंद होता है। 

           इस फल को फोलिक एसिड का प्राकृतिक सोर्स माना जाता है। कीवी का वैज्ञानिक नाम 'एक्टीनीडिया डेलीसिओसा" माना जाता है। खास तौर पुरुषों-बच्चों, बड़ों के साथ ही कीवी महिलाओ के लिए भी खास फायदेमंद है क्योंकि महिलाओं को फोलिक एसिड की कहीं अधिक आवश्यकता होती है। डायटिंग करने वालों को भी इससे फायदे होंगे क्योंकि शरीर में फैट तो नहीं बढ़ायेगा लेकिन शरीर को आवश्यक कैलोरी की प्रतिपूर्ति अवश्य करेगा। 

           इसमें भरपूर विटामिन सी के साथ ही पर्याप्त मात्रा में फाइबर उपलब्ध होता है। इससे पाचन क्रिया ठीक रहती है। अत्यधिक पोटैशियम होने से यह हड्डियों व मांसपेसियों को मजबूत करता है। कीवी में एंटीआक्सीडेंट सहित कई मिनरल व तीस से अधिक पोषक तत्व पाये जाते हैं। कीवी का आैसत वजन चालीस से पचास ग्राम होता है।   विशेषज्ञों की मानें तो नित्य एक से दो कीवी बेहतर स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त हैं। मधुमेह व ह्मदय रोगियों के लिए भी यह बेहद गुणकारी है। 

       कीवी का उपयोग खान-पान में कई तरह से उपयोग किया जा सकता है। खास तौर कीवी की चटनी बनायी जा सकती है। खीर, रायता व चटपटी चाट भी बनायी जा सकती है। न्यूजीलैण्ड का फल होने के बावजूद कीवी देश के पहाड़ी इलाकों में खूब दिखता है। अपनी खास चमक के कारण कीवी फल उत्पादन के क्षेत्र में अलग ही पहचान रखता है। देश में भी इस विदेशी फल को खूब पसंद किया जाता है। अन्य फलों की तुुलना में कुछ अधिक मंहगा होने के कारण खरीद-फरोख्त का आम बाजार अभी कीवी को नहीं मिला है लेकिन खान-पान के शौकीन इसे खोज कर खरीदते हैं।

           देश के उत्तर पूर्वी राज्यों अरुणाचल प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर, पूंछ, राजौरी, किश्तवाड, नैनीताल, रामगढ़, धारी, भीमताल, ओखलकौड़ा, बेतालघाट, लमगड़ा, मुक्तेश्वर, नथुआखान व तत्तापानी सहित देश के तमाम तराई व पहाड़ी इलाकों में अब कीवी का उत्पादन दिखता है।

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