विलक्षण : चालीस वर्ष में सिर्फ एक बार एक फूल
देश-दुनिया में अजब गजब करिश्मों-कारनामों की कहीं कोई कमी नहीं। शहर-गांव-देश में गौर करेंगे तो कहीं न कहीं आपको कुछ विलक्षण दिख ही जायेगा। चाहे वन्य जीवन हो या पर्यावरण क्षेत्र हो या फिर सांइस टेक्नॉलॉजी से लबरेज फील्ड ही क्यूं न हो। फूलों का खिलना, फूलों की खुशबू व फूलों का लालित्य-सौन्दर्य किसे अच्छा नहीं लगेगा।
पर्यावरण प्रेमी हों या बाग-बगीचा की देखरेख एवं रखरखाव करने वाला कोई माली क्यों न हो, सभी की चाहत होती है कि बाग-बगीचा या लॉन हरे-भरे पौधों से गुलजार रहे। फूलों के सौन्दर्य व लालित्य से परिवेश लबरेज रहे। फूलों की खुशबू से परिवेश महकता रहे। पौधों की देखभाल भी बड़ी शिद्दत से की जाती है। कभी कभी तो पौधों की सेवा व देखभाल करते-करते काफी समय गुजर जाता है लेकिन इतना भी नहीं कि दशक गुजर जायें। पर्यावरण प्रेमी व मालियों की हशरत होती है कि पौधा शीघ्र तैयार हों आैर फूल खूशबू दे।
लंदन का रॉयल बोटेनिकल गार्डन विलक्षण पौधों व फूलों के लिए कुछ खास हो गया। लंदन का रॉयल बोटेनिकल गार्डन खास किस्म के विलक्षण फूल को लेकर पर्यावरण प्रेमियों के बीच खास चर्चा में हो गया। खास कारण यह है कि विशेष प्रजाति का एक पौधा एक दो माह या एक दो वर्ष में फूल नहीं देता बल्कि इस विशेष प्रजाति के पौधे का फूल देखने के लिए चालीस वर्ष इंतजार करना होता है। यह विशेष पौधा चालीस वर्ष में सिर्फ एक बार व एक फूल देता है। खास बात यह है कि फूल खिलने के बाद मुरझा जाता है। बाद में वह मर जाता है।
विशेषज्ञों की मानें तो इस विशेष किस्म के फूल व पौधे को देखने बड़ी संख्या में दर्शक रोज आते हैं। बताते हैं कि इस बोटेनिकल गार्डन के मालिक को यह पौधा मैक्सिको के जंगलों में मिला था। देखने में यह पौधा बिल्कुल आम व साधारण पौधों की तरह ही होता है। परिपक्व होने पर इस पौधे की लम्बाई सामान्यत: छह फुट से कुछ अधिक होती है। पूरी तरह से विकसित होने के बाद ही यह फूल देता है। विकसित होने से पहले यह पौधा फूल नहीं देता। फूल देने के साथ ही पौधा दम तोड़ देता है। इन कुछ खासियत के कारण बड़ी संख्या में दर्शक इसकी विलक्षणता को देखने आते हैं।
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